भोपाल.
देश का सबसे गरीब व्यक्ति मिल चुका है। यह मध्यप्रदेश के सतना जिले का निवासी है। इसका नाम संदीप कुमार नामदेव है। इसकी वार्षिक आय – शून्य रुपए की है। यह सब हवाहवाई बात नहीं है। बकायदा सतना के उचेहरा तहसील के अमदरी गांव में रहने वाले संदीप कुमार को वहां के तहसीलदार ने प्रमाण-पत्र बनाकर दिया है। यह प्रमाण-पत्र 7 अप्रैल 2025 को तहसीलदार ने जारी किया था। जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। अब विभाग के अधिकारी कह रहे है कि इसमें त्रुटी रह गई थी। इसलिए इस प्रमाण-पत्र को हमने रद्द भी कर दिया है। साथ ही संदीप को 40 हजार रुपए सालाना आय वाला प्रमाण-पत्र जारी कर दिया है।
अधिकारी अब बोलें – यह ऑपरेटर कर रहे
एमपी में इस तरह के कई आय प्रमाण-पत्र में त्रुटियां सामने आ रही है। इसके जबाव में विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लोक सेवक के तौर पर न्यूनतम दर पर कंप्यूटर ऑपरेटर रखे जाते है। जिनसे गलतियां हो जाती है। इसी कारण ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे है। इस पर कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार ने सभी लोक सेवक कंप्यूटर ऑपरेटरों को पूरी तरीके से ट्रेनिंग देने के निर्देश जारी किए है। ताकि इस तरह की त्रुटियां सामने नहीं आए।
0 के बाद 3 रुपए आय वाला शख्स भी इसी जिले का
0 रुपए आय वाला शख्य से पहले 3 रुपए सालाना कमाने वाला एक व्यक्ति भी सामने आ चुका है। यह सतना के कोठी तहसील के नयागांव निवासी रामस्वरूप है। इनको 22 जुलाई के दिन तहसीलदार सौरभ द्विवेदी ने प्रमाण पत्र जारी कर दिया। उसके बाद यह प्रमाण पत्र भी निरस्त कर विभाग ने नया जारी किया था। उसमें उसकी सालाना आय 30 हजार रुपए दर्शाई गई थी। ऐसे में उसके प्रतिमाह 25 पैसे रुपए आय बनती है। यह दोनों प्रमाण-पत्र एमपी में काफी वायरल हो रहे है।
सरकारी सिस्टम पर उठ रहे सवाल
एक के बाद एक वायरल हो रहे त्रुटी भरे प्रमाण पत्र को लेकर सरकारी व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो रहे है। कई लोगों ने इसे मजाक बताते हुए प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए है। हालांकि यह मामला भी काफी गंभीर है।