नई दिल्ली.
टेक कंपनी एपल अब भारत जैसे मॉर्केट में अपना दायरा बढ़ाने की तैयारी व अब चीन में दायरा कम कर रही। चीन में एपल कंपनी ने अपने रिटेल स्टोर बंद करने की घोषणा कर दी है। वहां पर वर्तमान में 56 स्टोर है। कंपनी भारत के साथ-साथ सऊदी अरब और यूएई जैसे देशों की मॉर्केट में नए स्टोर खोलेंगी। एपल कंपनी ने चीन में सबसे पहले 2008 में एंट्री की थी। 9 अगस्त को पहला स्टोर चीन के डालियान शहर के पार्कलैंड मॉल में बंद करेगी। बड़ी बात यह है कि स्टोर खोलने के बाद एपल कंपनी पहली बार बंद कर रही है। पार्कलैंड मॉल शहर को हाल में इनटाइम सिटी के रूप में रीब्रांड किया गया है। उसके बाद यहां पर कई बड़ी-बड़ी कंपनियों ने अपने स्टोर बंद कर दिए थे। उसके बाद अब एपल भी कर रही है।
530 में से 56 स्टोर्स केवल चीन में
एपल कंपनी ने अब तक चीन से स्टोर बंद करने के पीछे कई कारण बताए है। उन्होंने कहा कि इस बाजार से पीछे नहीं हट रही है, लेकिन कुछ स्टोर बंद कर रही है। अब तक चीन सबसे बड़ा स्टोर वाला देश है। एपल के 530 के करीब स्टोर पूरे विश्व में है। इसमें से अकेले चीन देश में 56 स्टोर यानि 10 प्रतिशत से अधिक है।
भारत पर भी चीन का फोकस बढ़ रहा
भारत में पिछले कुछ वर्षों में एपल कंपनी की ब्रिकी कई गुना बढ़ गई है। इस कारण चीन से कम करते हुए आईफोन का प्रोडक्शन भी एपल कंपनी ने भारत में अधिक करने पर फोकस किया है। सबसे बड़ी बात यह है कि अमेरिका में बिकने वाले 78 प्रतिशत आईफोन भारत में बनकर वहां तक जा रहे है। जनवरी से जून 2025 तक भारत में 2 कोड़ 39 लाख आईफोन बनकर तैयार हुए थे। यह आंकड़ा पिछले साल से 53 प्रतिशत ज्यादा है। साथ ही भारत से विदेशों में भेजे गए आईफोनों की संख्या में भी तेजी से बढ़ी है। आंकड़े के अनुसार 2 करोड़ 28 लाख फोन विदेश भेजे गए है। पिछले साल यह आंकड़ा 1 करोड़ 50 लाख का था। सबसे बड़ी बात यह है कि केवल अप्रैल महीने में भारत से 33 लाख आईफोन केवल अमेरिका भेजे गए थे। इसलिए ट्रंप ने भी एपल कंपनी को भारत में कारोबार कम करने की हिदायत दी थी।