राजस्थान.
यूपीआई को उपयोग में लेने वाले यूजर्स के लिए अब एक और नई सर्विस जल्दी मिलने वाली है। वर्तमान में यूजर्स पेमेंट केवल पिन के जरिए कर सकते थे परंतु अब उनको फेस या फिंगरप्रिंट से भी भुगतान कर पाएंगे। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यूपीआई को भारत में ऑपरेट करने वाली एंजेसी एनपीसीआई यह सुविधा देने की तैयारी में जुट गई है। यह सर्विस शुरूआत होने के बाद यूपीआई पेमेंट के लिए पिन की जरूरत ऑप्शनल हो जाएगी। देश में यूपीआई का उपयोग लेने वाले यूजर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है।
सुरक्षा बढ़ेगी : पिन कोई भी चुरा सकता है फेस या फिंगरप्रिंट नहीं
इस सर्विस की शुरूआत होने के बाद यूजर्स के लिए सुरक्षा और बढ़ेगी। क्योंकि बायोमेट्रिक की शुरूआत होने के बाद यह यूजर्स के शरीर से जुड़ी हुई होती है। कोई भी इसको पिन की तरह चुरा भी नहीं सकता है। यूजर्स का फेस आएगा या उसकी अंगूली से फिंगरप्रिंट लगेगा तभी पेमेंट हो पाएगा।
आसानी होगी : भूलने की समस्या खत्म हो जाएगी
कई बार कम उपयोग लेने वाले यूजर्स पिन भूल जाते है। इसलिए उनको रिसेट करना पड़ता है। यह शारिरीक विशेषता शुरू होने से पिन भूलने की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।
शुरूआत : महीनों में अपडेट आ जाएगा
इस पर एनपीसीआई काम कर रही है। अब तक एंजेसी द्वारा अधिकारिक दिनांक की घोषणा नहीं की है। हालांकि बताया जा रहा है कि अगले कुछ महीनों में यह शुरूआत हो जाएगी। इसको शुरू होते ही यूपीआई एप्स में आपको अपडेट दिख जाएगा।बताया जा रहा है कि ये फोनपे, पेटीएम, गूगल पे समेत सभी यूपीआई एप्स में शुरू हो जाएगा।
करोड़ों में होते है हर माह ट्रांजैक्शन
भारत यूपीआई का उपयोग करने वाला बड़ा देश है। हर माह करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन होता रहता है। जून 2025 में 1839 करोड़ ट्रांजैक्शन कर 24.03 लाख करोड़ रुपए होता है। मई में 1867 करोड़ लोगों ने 25.14 लाख करोड़ रुपए ट्रांजैक्शन हुए है।
UPI क्या है…
यूपीआई सिस्टम रियल टाइम फंड ट्रांसफर करता है। एक एप्लिकेशन में कई बैंक अकाउंट लिंक जा सकते है। किसी को पैसा भेजने के लिए आपको सिर्फ उसके मोबाइल नंबर, अकाउंट नंबर या यूपीआई की जरूरत पड़ती है। यूपीआई से ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए ओटीपी, सीसीवी कोड, कार्ड नंबर, एक्सपायरी डेट आदि की जरूरत है।