1500-1500 रुपए के लिए 14 हजार पुरुष 10 महीने तक महिला बनकर रहे, अब पकड़े गए

मुंबई.
1500-1500 रुपए हर महीने लेने के लिए महाराष्ट्र के 14298 पुरुष जो महिला बन गए। ऐसा वो 10 माह तक बनकर रहे। अब यह खुलासा हो गया है। दरअसल, महाराष्ट्र की सरकार ने गरीब महिलाओं के लिए लाडकी बहन योजना शुरू की थी। इस योजनाओं का 14298 पुरुष भी फायदा ले रहे थे। अब महिला एवं बाल विकास विभाग की एक ऑडिट में खुलासा हो गया है, लेकिन तब तक इन पुरुषों ने 10 महीने के भीतर 21.44 करोड़ रुपए सरकार के ले लिए। जानकारी के अनुसार 2024 में महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव थे। इन चुनावों से कुछ माह पहले महाराष्ट्र की सरकार ने इस योजना को लॉच किया था। लॉच के बाद ऑनलाइन आवेदन शुरू हुए। इन आवेदनों के दौरान यह हेराफेरी करके पुरुषों ने महिला बनकर फायदा ले लिया।

योजना के फर्जीवाड़े : कोई पुरुष बन गया तो कई परिवार की 3-3 महिलाओं ने फायदा लिया

  1. एक ही परिवार की तीसरी लाभार्थी 7.97 लाख महिला थी
    इस योजना से सरकार को 1640 करोड़ का नुकसान हुआ। सबसे बड़ा कारण फर्जी रजिस्ट्रेशन बताया जा रहा है। इस योजना का नियम था कि एक ही परिवार में 2 महिला फायदा ले सकती है जबकि 7.97 लाख ऐसी महिलाएं है, जिन्होंने एक ही परिवार से तीसरी लाभार्थी बनकर फायदा लिया। इस कारण 1196 करोड़ रुपए का महिला एंव बाल विकास विभाग को नुकसान हो गया।
  2. 65 साल से ज्यादा 2.87 लाख महिला
    दूसरी अनियमितता यह रही कि इसमें 65 वर्ष से कम महिलाओं को ही लाभ देना था। इस योजना में 65 साल से ज्यादा उम्र वाली 2.87 लाख महिलाओं को लाभ मिल रहा था। इस कारण भी विभाग को 431.7 करोड़ का नुकसान हुआ।
  3. चार पहिया वाली 1.62 लाख महिला थी
    इस योजना में चार पहिया वाहन वाले लाभार्थी लाभ नहीं ले सकती। परंतु 1.62 लाख महिलाएं ऐसी भी थी जो लाभार्थी सूची में शामिल हो गई। इससे भी विभाग को नुकसान हुआ।
    26.34 लाख लाभार्थी अपात्र
    विभाग की मंत्री अदिति तटकरे ने बताया कि सभी विभागों से जानकारी मांगी गई है। उसके मुताबिक अब तक 26.34 लाख लाभार्थी को अपात्र घोषित कर दिया है। जून माह के दौरान 2.25 करोड़ पात्र लाभार्थियों को उनके खातों में पैसा भेजा गया है। डिप्टी सीएम अजित पंवार ने कहा कि लाडकी बहन योजना गरीब महिलाओं के लिए शुरू की थी। अपात्र लोगों ने जो पैसा लिया है, उसको वापिस वसूल करेंगे।

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